पुराने यादों को ताज़ा की

पुराने यादों को ताज़ा की

हैलो दोस्तों,
आज मेरी बड़ी बहन दीपा खुद की सेक्स वाकया को आपके सामने लिखकर सच को बताएगी, मैं राहुल मल्होत्रा एक २३-२४ साल का जवान लड़का तो मेरी दीदी दीपा….. मैं २६ साल की शादीशुदा लड़की हूं तो मेरे लंबे कद ( ५’६ इंच ), गोरा मुखड़ा, नशीली आंखें, रसीली ओंठ साथ ही सुरहिनुमा गर्दन तो बदन पहले से थोड़े भरे पूरे, चूतड़ गोल और गुंबदाकार तो जांघें चिकनी और मोटी और जांघों के बीच फूली हुई चूत जिसपर मैं बार नहीं रखती तो लालिमा लिए चूत के छेद अब ढीले पड़ चुके हैं और नाक सी लम्बी शिष्नीका, मुझे देख मर्द जात आहें भरते हैं लेकिन दीपा अपने चूत की सील अपने छोटे भाई राहुल से ५-६ साल पहले घर में ही तुड़वा चुकी है और शादीशुदा जीवन में पति के अलावा आज तक अपने भाई के सिवाय किसी को चूत सूंघने तक नहीं दी है। आज सुबह मैं अकेले ही दिल्ली से कानपुर आईं तो स्नान के बहाने भाई और बहन वाशरूम में ही सेक्स का आनंद लिए फिर दिन में खाना खा पीकर आराम करने लगे, शाम को मेरी नींद मॉम के उठाने से खुली फिर मैं फ्रेश होकर अपने भाई राहुल के रूम गई तो वो गहरी नींद में सो रहा था तो उसके गाल को मैं झुककर चूमने लगी और वो हड़बड़ा कर उठा ” ओह तुम मैं तो डर ही गया
( दीपा ) जल्दी से फ्रेश होकर बाहर आ फिर कॉफी पीते हैं ” तो मैं डायनिंग हॉल चली गई, कुछ देर बाद राहुल आया और मेरे बगल में बैठा तो मॉम किचन में कॉफी बना रही थी, मेरे जांघ पर हाथ रखकर राहुल सहलाने लगा तो मैं उसके हाथ हटाकर बोली ” अभी मॉम के सामने शॉपिंग के बहाने बनाती हूं
( राहुल ) इसमें बहाने की क्या जरूरत ” तो मैं आंख मार उसे इशारा की फिर तीनों साथ कॉफी पीने लगे और दीपा बोली ” मॉम, थोड़ी देर बाद बगल के शॉपिंग मॉल से आती हूं
( मॉम ) आज तो थकी हुई है, कल जाना
( दीपा ) ओह मॉम वैसे भी तो घर में बैठकर बोर ही तो हुंगी
( मॉम ) ठीक है लेकिन अपने भाई को साथ ले जा मुझे समय नहीं है
( दीपा ) ओके मॉम ” और यही तो मेरी चाहत थी फिर दोनों अपने अपने रूम गए तो मैं फ्रेश होकर सोचने लगी कि कौन सा ड्रेस पहन लिया जाए, फिर एक भूरे रंग की स्कर्ट और टॉप्स पहन अपने आपको आइने में देखने लगी तो सेक्स की मूर्त लग रही थी, मेरे जांघों की खूबसूरती भी कुछ हद तक दिख रही थी तो चूतड़ की उभार साथ ही चूचियां तो मानो कोई पर्वत श्रृंखला की चोटियां हो और फिर अपना पर्स साथ में मोबाइल लेकर निकली तो मॉम डायनिंग हॉल में बैठकर टी वी देख रही थी, मुझे देख बोली ” क्या दीपा, शादीशुदा लड़की के बदन पर ऐसा कपड़ा अच्छा लगता है क्या
( मैं सोफ़ा पर बैठकर सैंडल पहनने लगी ) मॉम, जवाना क्या से क्या हो गया और आप तो भारतीय महिला के आदर्श रूप ही बताने में लगी हुई हैं ” मॉम चुप थी तो राहुल उधर से जींस और टीशर्ट पहने बाहर आया, सांवला रंग साथ ही ६ फुट का लंबा और कसरती बदन तो ३६ इंच की छाती और उसके ६-७ इंच लंबे और ०२ इंच मोटे लंड की मैं गुलाम हूं आखिर मेरी पहली चुदाई उसने हि की थी तो दोनों घर से बाहर निकले फिर बोली ” राहुल पुराने यादों को ताजा करना है
( मैं बोला ) तो दो चार बोतल ठंडी बियर और सुनसान जगह पर मस्ती ” तो राहुल बाईक स्टार्ट किया और मैं दोनों पैर एक ही ओर किए उसके पीछे बैठ गई, वैसे मेरी स्कर्ट आधे जांघों को ही ढक पा रही थी तो राहगीरों को अपना अंग दिखाना मेरा मकसद नहीं था बल्कि इस ड्रेस को पहने सेक्स करना आसान था। राहुल एक वाईन शॉप से बियर खरीदा फिर सिगरेट की पैकेट और कुछ सामान और वो बैग मुझे थमाकर बाईक स्टार्ट किया, अब दोनों सुनसान पार्क की ओर चल पड़े तो शाम ०६:३० बजे पार्क के अंदर मैं राहुल के साथ घुसी और इस पार्क में शराबियों का अड्डा साथ ही प्रेमी युगल का बैठना होता था तो फिलहाल थोड़ी भीड़ थी और राहुल मुझे लेकर पार्क के आखिरी छोर की ओर ले गया फिर दोनों घांस पर बैठकर बातें करने लगे और राहुल झट से एक बोतल बियर का खोला फिर बोला ” ग्लास तो है नहीं
( मैं ) तो क्या बोतल से ही गटक लूंगी ” और मैं एक सिगरेट सुलगई तो राहुल बियर पीने लगा, उसका एक हाथ मेरे नग्न जांघ पर था तो दोनों पैर मोड़कर बैठ दीपा की आधी से अधिक जांघें नग्न थी, वो थोड़ा बियर पिया फिर मुझे ग्लास दिया तो मैं बियर पीने लगी और राहुल अपना हाथ मेरे स्कर्ट में घुसा दिया, उसका हाथ जांघ सहलाने लगा और उधर कोई भी नहीं था सो दोनों आराम से बियर पीते हुए सेक्स की ओर बढ़ने लगे। दीपा के हाथ से सिगरेट लेकर राहुल पीने लगा तो अब मैं बियर पी रही थी और उसका हाथ मेरी चूत को पेंटी पर से ही उंगलियों के बीच लेकर मिंजने लगा, मेरी फुलोड़ी सी चूत के फांकों को मिंजता हुआ मुझे कामुक करने लगा तो बियर की खाली बॉटल फेंककर मैं उसके गोद में आ बैठी। दीपा राहुल की गोद में बैठ अपने दोनों पैर उसके कमर से लपेट चूमने लगी तो राहुल मेरी पीठ सहलाते हुआ चूतड़ की गोलाई को सहलाने लगा और ज्योंहि दोनों की ओंठ एक दूसरे से सटी, मानो बदन में सिहरन सी होने लगी और मैं बेशरम की तरह राहुल के ओंठ पर जीभ फेरते हुए चाटने लगी, राहुल के गोद में मैं थी तो स्कर्ट मेरी चूतड़ से उपर आ चुके थे तभी राहुल मेरी जीभ चूसने लगा साथ ही मेरी गद्देदार गान्ड के नीचे हाथ लगाकर उसे सहलाने लगा, ओह ये तो काम वासना की अच्छी स्टाइल है और मुझे गोद में बैठ चुदाई का आनंद पसंद है लेकिन फिलहाल राहुल जीभ चूसने में मस्त था तो उसका हाथ मेरी गान्ड के नीचे साथ ही उंगली चूत को ऊपर से ही रगड़ने लगी और मेरे दोनों स्तन उसकी छाती से दबने लगी फिर मैं राहुल के चेहरा को पीछे करके जीभ निकाल सांसों पर नियंत्रण करने लगी……. to be continued.

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