मेरा नाम जन्मेजय है और मैं मणिपुर का रहने वाला हूँ। मुझे सेक्स में बहुत रुचि है और मैं अक्सर रात को चुपके से सेक्स स्टोरी पढ़ता हूँ, जो मेरे दिल को गुदगुदाती हैं। आज मैं आपको अपनी जिंदगी की एक सच्ची और मस्त कहानी सुनाने जा रहा हूँ, जिसमें चार लोग, मैं, मेरी गर्लफ्रेंड, उसकी दीदी और जीजा, एक हॉट और चटपटी चुदाई की दास्तान में उलझ गए। पहले मैं आपको अपने बारे में थोड़ा बता देता हूँ।
मेरी उम्र 24 साल है और मेरी एक गर्लफ्रेंड है, जिसके साथ मैं जल्द ही शादी करने वाला हूँ। उसकी एक बड़ी दीदी है, जो शादीशुदा है और उनके पति एक बड़ी कंपनी में जॉब करते हैं। ये कहानी मेरी गर्लफ्रेंड, उसकी दीदी और जीजा के साथ मेरे हॉट और नाजायज रिश्ते की है। मैं और मेरी गर्लफ्रेंड पिछले तीन साल से रिलेशनशिप में हैं और हमने कई बार चुदाई के मजे लिए हैं। शुरू में मुझे वो थोड़ी बोरिंग लगती थी, लेकिन जैसे-जैसे मैंने उसे जाना, मुझे उसकी सेक्सी अदा और हॉट फिगर का नशा चढ़ गया। उसकी उम्र 25 साल है, वो 36-B साइज की ब्रा पहनती है और उसकी कमर भी 36 इंच की है। उसका फिगर इतना मस्त है कि बस देखते ही लंड खड़ा हो जाए। मुझे थोड़ी भारी और शादीशुदा भाभियों में ज्यादा रुचि है, और मेरी गर्लफ्रेंड का फिगर ठीक वैसा ही है, जैसा मुझे पसंद है।
हम दोनों जब भी मौका मिलता, खूब चुदाई करते। उसके घरवाले हमारे रिश्ते से वाकिफ थे, इसलिए मुझे उनके घर में पूरी आजादी थी। मुझे जींस पहने लड़कियों से ज्यादा साड़ी में औरतें पसंद हैं। जब भी मेरा मूड होता, मैं अपनी गर्लफ्रेंड को बोलता कि वो एक सेक्सी साड़ी पहनकर तैयार रहे। फिर मैं उसके पेटीकोट के नीचे घुसकर उसकी चूत को चाटता, उसकी मादक सिसकारियों को सुनता, और फिर उसकी जमकर चुदाई करता। “आह्ह… जन्मेजय… और जोर से…” वो सिसकारती, और मैं उसकी चूत में अपनी जीभ गहरे तक ले जाता, उसका रस चूसते हुए।
पिछले कुछ दिनों से मैंने नोटिस किया कि मेरी गर्लफ्रेंड दिन-ब-दिन और सेक्सी होती जा रही थी। उसे अपने हॉट बदन को दिखाने में मजा आता था। कई बार वो लो-कट ब्लाउज और ट्रांसपेरेंट साड़ी पहनकर मेरे साथ बाहर निकलती। लोग उसे घूरते, और मुझे उसकी इस अदा में और मजा आने लगा। चुदाई के दौरान मैं उससे पूछता, “क्या तू किसी और मर्द से चुदवाएगी?” वो तपाक से जवाब देती, “हाँ, मौका मिला तो जरूर चुदवाऊँगी!” ये सुनकर मेरा लंड और टाइट हो जाता, और मैं उसे और जोर-जोर से चोदता, “आह्ह… तू कितनी रंडी है!” मैं कहता, और वो हँसते हुए सिसकारती, “हाँ, तेरी रंडी हूँ!”
जब भी मैं उसके घर जाता, कभी-कभी उसकी दीदी से मुलाकात होती। पहले मुझे उसमें कोई खास रुचि नहीं थी, लेकिन धीरे-धीरे उसकी सेक्सी फिगर और फ्रैंक अंदाज ने मुझे उसकी तरफ खींच लिया। वो शादीशुदा थी, और उसके पति उसे रोज चोदते थे, जिससे उसके बूब्स बड़े और रसीले हो गए थे। उसका फिगर 38-30-38 का था, और वो हर बार साड़ी में ऐसी लगती, जैसे कोई माल हो। एक बार उसके किसी रिश्तेदार की शादी में मुझे भी बुलाया गया। शादी एक बड़े मैरिज हॉल में थी, और वहाँ एक रेस्ट हाउस भी था, जिसमें कई कमरे थे। मैंने अपनी गर्लफ्रेंड को बोल दिया कि वो एक सेक्सी साड़ी पहनकर आए। उसने मेरी बात मान ली।
शादी में जब मैं पहुँचा, तो मेरी गर्लफ्रेंड को देखकर मेरे होश उड़ गए। उसने सफेद सिल्क की साड़ी पहनी थी, जिसमें चमकते स्टोन लगे थे, और साथ में काला लो-कट ब्लाउज, जो उसके बूब्स को और उभार रहा था। उसकी कमर का कर्व साड़ी में साफ दिख रहा था, और वो पूरी माल लग रही थी। उसे देखते ही मेरा लंड टनटना गया, लेकिन मैंने खुद को कंट्रोल किया। फिर मेरी नजर उसकी दीदी पर पड़ी। वो क्या मस्त लग रही थी! उसने काली सिल्क की साड़ी और गोल्डन लो-कट ब्लाउज पहना था, जो उसके बड़े-बड़े बूब्स को और हॉट बना रहा था। उसकी साड़ी इतनी टाइट थी कि उसकी गोल गांड साफ दिख रही थी। उसे देखकर मेरा लंड बेकाबू हो गया। मैंने तुरंत अपनी गर्लफ्रेंड से कहा, “चल, रेस्ट रूम चलते हैं!”
रेस्ट रूम में पहुँचते ही मेरी गर्लफ्रेंड ने हँसते हुए पूछा, “क्या हुआ, इतनी जल्दी? कंट्रोल नहीं हो रहा?”
मैंने कहा, “हाँ जान, तू तो पूरी माल लग रही है, और तेरी दीदी भी! सभी लड़कों की नजर तुम दोनों बहनों पर ही है!”
वो बोली, “क्या? तू दीदी को घूर रहा था?”
मैंने उसे लिप किस करते हुए कहा, “हाँ, वो भी क्या मस्त माल है!”
वो हँसी और बोली, “क्यों, दीदी में इतनी रुचि क्यों?”
मैंने कहा, “जान, तू बता, आज मेरे जाने के बाद तू कितने लड़कों से चुदवाएगी?”
वो बोली, “हाँ, तू दीदी को चोद ले, मैं दो-तीन मर्दों से चुदवा लूँगी!”
ये सुनकर मेरा दिमाग घूम गया। तभी मुझे लगा कि कोई दरवाजे के पास खड़ा हमारी बातें सुन रहा है। मैंने दरवाजा खोला तो देखा कि दीदी बाहर खड़ी थीं। दरवाजा लॉक नहीं था, और वो हमारी सारी बातें सुन चुकी थीं। मैं शर्म से पानी-पानी हो गया। दीदी अंदर आईं और मेरी गर्लफ्रेंड के पास बैठ गईं। दोनों मुझे देखकर मुस्कुराने लगीं। मैं घबरा गया कि ये क्या हो रहा है? फिर मेरी गर्लफ्रेंड बोली, “अरे पागल, ये हम दोनों का प्लान था। हम देखना चाहते थे कि तू एक सेक्सी लड़की को देखकर क्या करता है!”
मैंने कहा, “लेकिन क्यों?”
दीदी बोलीं, “जन्मेजय, अब शर्माने की क्या बात? तुझे मैं पसंद हूँ, और मुझे भी तू पसंद है। अब सच्चाई जान ले।”
मैंने पूछा, “कौन सी सच्चाई?”
दीदी ने बिना हिचक कहा, “सुन, मेरे पति तेरी गर्लफ्रेंड को कभी-कभी चोदते हैं। हम तीनों मिलकर सेक्स करते हैं। हम देखना चाहते थे कि तू हमारे साथ मजे लेगा या नहीं?”
मैंने हैरानी से पूछा, “ये कब से चल रहा है?”
मेरी गर्लफ्रेंड थोड़ी घबराई, लेकिन दीदी ने जवाब दिया, “पिछले दो साल से। और हमें बहुत मजा आता है।”
ये सुनकर मेरा लंड और टाइट हो गया। मैं तैयार हो गया। दीदी ने तुरंत अपने पति को बुला लिया। जीजा अंदर आए, और मैंने देखा कि वो मेरी गर्लफ्रेंड को किस कर रहे थे। वो उसकी साड़ी के ऊपर से उसके बूब्स दबा रहे थे। मैंने दीदी को पकड़ा और उन्हें जोर से लिप किस किया। उनकी जीभ मेरी जीभ से टकराई, और मैंने उनके बूब्स को ब्लाउज के ऊपर से मसलना शुरू किया। “आह्ह… जन्मेजय… और जोर से दबा!” दीदी सिसकारी। मैंने उनकी साड़ी का पल्लू हटाया और उनके ब्लाउज के बटन खोल दिए। उनके बड़े-बड़े बूब्स ब्रा में कैद थे, और मैंने ब्रा को ऊपर सरकाकर उनके निप्पल चूसने शुरू किए। “ओह्ह… कितना मस्त चूसता है तू!” दीदी ने सिसकारते हुए कहा।
मैंने उनकी साड़ी को कमर तक उठाया और उनके पेटीकोट के अंदर घुस गया। उनकी चूत पहले से गीली थी। मैंने उनकी पैंटी को नीचे सरकाया और उनकी चूत पर जीभ फेरी। “आह्ह… उफ्फ… और गहरा चाट!” दीदी चिल्लाईं। मैंने उनकी चूत को चाटा, उनके रस को चूसा, और उनकी क्लिट को जीभ से सहलाया। उनकी सिसकारियाँ कमरे में गूँज रही थीं, “आह्ह… ओह्ह… जन्मेजय… तू तो मस्त चाटता है!”
जब मैं बाहर निकला, तो देखा कि मेरी गर्लफ्रेंड जीजा का लंड मुँह में लेकर चूस रही थी। “उम्म… कितना बड़ा लंड है!” वो कह रही थी। जीजा उसकी साड़ी उतार चुके थे, और उसका ब्लाउज खुला हुआ था। वो उसके बूब्स को मसल रहे थे। मैंने दीदी की साड़ी और पेटीकोट पूरी तरह उतार दिया। अब वो सिर्फ ब्रा और पैंटी में थीं। मैंने उनकी पैंटी भी उतारी और उनकी चूत को फिर से चाटना शुरू किया। “आह्ह… उफ्फ… चोद दे अब!” दीदी चिल्लाईं।
मैंने अपना 7 इंच का लंड बाहर निकाला और उनकी चूत पर रगड़ा। “दे दे… अंदर डाल!” दीदी बोलीं। मैंने धीरे से अपना लंड उनकी चूत में डाला। उनकी चूत टाइट और गर्म थी। “आह्ह… कितना मोटा है!” दीदी सिसकारी। मैंने धीरे-धीरे धक्के मारने शुरू किए, और हर धक्के के साथ उनकी सिसकारियाँ बढ़ती गईं, “आह्ह… ओह्ह… और जोर से… चोद मुझे!” मैंने स्पीड बढ़ाई, और कमरे में फच-फच की आवाजें गूँजने लगीं। दीदी की चूत मेरे लंड को जकड़ रही थी। मैंने उनके बूब्स को मसला और उनके निप्पल चूसे। “उफ्फ… तू तो जान लेगा!” दीदी चिल्लाईं।
उधर, जीजा मेरी गर्लफ्रेंड को चोद रहे थे। वो उसकी चूत में अपना 6 इंच का लंड डालकर जोर-जोर से धक्के मार रहे थे। “आह्ह… जीजा… और जोर से!” मेरी गर्लफ्रेंड चिल्ला रही थी। कमरे में दोनों बहनों की सिसकारियाँ और चुदाई की फच-फच की आवाजें गूँज रही थीं। मैंने दीदी को डॉगी स्टाइल में किया और उनकी गांड पर थप्पड़ मारते हुए चोदा। “आह्ह… मार और जोर से!” दीदी बोलीं। मैंने उनकी चूत में गहरे धक्के मारे, और आधे घंटे की चुदाई के बाद मैंने अपना पानी उनकी चूत में छोड़ दिया। “उफ्फ… कितना गर्म है!” दीदी सिसकारी।
उधर, जीजा ने भी मेरी गर्लफ्रेंड की चूत में अपना पानी निकाल दिया। वो दोनों बहनें अब रंडियों की तरह हाँफ रही थीं। फिर हमने कपड़े पहने और एक-दूसरे को देखकर मुस्कुराए। अब हमारा ये हॉट खेल ऐसे ही चलता रहता है। कभी मैं दीदी को चोदता हूँ, तो कभी जीजा मेरी गर्लफ्रेंड को। हमें इस चुदाई के खेल में बहुत मजा आता है।
क्या आपको ये मस्त सेक्सी साड़ी की कहानी पसंद आई? अपनी राय नीचे कमेंट में जरूर बताएँ!