मेरा नाम नीलू है। मैं 21 साल की हूँ, 5 फीट 4 इंच लंबी, गोरा रंग, लंबे काले बाल जो मेरी कमर तक लहराते हैं। मेरा फिगर 34-28-36 है, मेरी चूचियाँ गोल और भरी हुई, और मेरी गांड का उभार ऐसा कि लोग दोबारा पलटकर देखें। मैं अक्सर टाइट क्रॉप टॉप्स और छोटी स्कर्ट्स पहनती हूँ, जो मेरे कर्व्स को और उभारते हैं। मेरा भाई धीरज 22 साल का है, 5 फीट 10 इंच का, मस्कुलर बॉडी, गेहुंआ रंग, छोटे कर्ली बाल, और भूरी आँखों में एक शरारती चमक। उसकी स्माइल में कुछ ऐसा है कि सामने वाला थोड़ा घबरा जाए। हम दोनों यूट्यूब और इंस्टाग्राम के लिए वीडियो बनाते हैं। लेकिन दोस्तों, आजकल का कम्पटीशन इतना कड़ा है कि अगर आप अपने जिस्म की नुमाइश न करें, सेक्सी अंदाज़ न दिखाएँ, तो लोग आपके वीडियो को नजरअंदाज कर देते हैं। इन्सेस्ट चुदाई।
हमें मजबूरी में ऐसे वीडियो बनाने पड़ते हैं, जिनमें हॉटनेस और तड़क-भड़क हो। जब से हम भाई-बहन ने अपने वीडियो में जिस्म दिखाना शुरू किया, एक-दूसरे के करीब आने का नाटक किया, हमारे व्यूज आसमान छूने लगे। लोग हमारे बोल्ड पोज़ को देखकर दीवाने हो रहे हैं। हमारा एक भोजपुरी डांस वीडियो तो ऐसा वायरल हुआ कि हमें खुद यकीन नहीं हुआ। लेकिन उस वीडियो की शूटिंग के पीछे की कहानी कुछ और ही थी, जो मैं आज आपको सुनाने जा रही हूँ।
उस दिन हम अपने गांव के घर में थे, जहाँ सिर्फ़ हम दोनों थे। मम्मी-पापा सुबह खेत चले गए थे, जैसा कि वो हमारी शूटिंग के दौरान अक्सर करते हैं। घर में सन्नाटा था, सिर्फ़ पास के खेतों से हल्की-हल्की चिड़ियों की आवाज़ आ रही थी। मैंने एक टाइट रेड क्रॉप टॉप पहना था, जो मेरी चूचियों को इस तरह उभार रहा था कि निप्पल्स का हल्का सा उभार भी दिख रहा था। नीचे एक काली मिनी स्कर्ट थी, जो मेरी जाँघों को आधा दिखा रही थी, और मेरी टाँगें गोरी और चिकनी चमक रही थीं। धीरज ने एक फिटेड व्हाइट टी-शर्ट और टाइट ब्लू जीन्स पहनी थी, जो उसकी चौड़ी छाती और मस्कुलर बाहों को और निखार रही थी। हम एक भोजपुरी गाने पर डांस शूट कर रहे थे, जो इतना मसालेदार था कि उसमें हीरोइन की चूचियों को नीचे से धीरे-धीरे उठाने का सीन था।
धीरज मेरे पीछे खड़ा था, और कैमरे के लिए वो मेरी चूचियों को हल्के-हल्के छूकर ऊपर उठाने का इशारा कर रहा था। “नीलू, थोड़ा और कमर मटका, कैमरे को फेस कर,” उसने कहा, उसकी आवाज़ में एक अजीब सी खनक थी। मैंने अपनी कमर को और मटकाया, चूचियों को थोड़ा और उभारा, और होंठों पर एक सेक्सी स्माइल लाई। सीन इतना हॉट था कि मेरे जिस्म में गुदगुदी होने लगी। धीरज का हाथ मेरी चूचियों पर बार-बार टच कर रहा था, और हर बार उसका टच थोड़ा और दबाव वाला हो रहा था। मैंने महसूस किया कि मेरी चूत में हल्की सी नमी फैल रही थी। “ये क्या हो रहा है… वो मेरा भाई है,” मैंने मन में सोचा, लेकिन मेरे जिस्म ने मेरे दिमाग को धोखा देना शुरू कर दिया था।
शूटिंग के दौरान हमने कई सेक्सी पोज़ दिए। धीरज मेरे पीछे खड़ा होकर मेरी कमर पकड़ता, मेरे कंधों पर हाथ फेरता, और मैं उसकी बाहों में हल्के से झुक जाती। कैमरे के लिए ये सब नॉर्मल था, लेकिन मेरी साँसें तेज़ हो रही थीं। “धीरज, थोड़ा हल्के छू, ना!” मैंने हँसते हुए कहा, लेकिन मेरी आवाज़ में एक कँपकँपी थी। “अरे, तुझे तो मज़ा आ रहा है, नीलू,” उसने शरारती अंदाज़ में जवाब दिया, और उसकी आँखों में एक अलग ही चमक थी। मैंने देखा कि उसकी जीन्स में हल्का सा उभार दिख रहा था, और मेरे जिस्म में एक करंट सा दौड़ा।
जब सीन खत्म हुआ, कैमरा बंद हो चुका था। मैंने सोचा अब हम रेस्ट करेंगे, लेकिन धीरज का मूड कुछ और ही था। उसने अचानक मुझे अपनी बाहों में खींच लिया। “धीरज, ये क्या कर रहा है?” मैंने हल्का सा विरोध किया, लेकिन मेरी आवाज़ में दम नहीं था। मेरी चूत पहले से ही गीली थी, और मेरे जिस्म में एक अजीब सी बेचैनी थी। उसने मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और मुझे किस करने लगा। उसकी गर्म साँसें मेरे चेहरे पर पड़ रही थीं, और उसका टच मेरे जिस्म को भड़का रहा था। “आह्ह… धीरज, ये गलत है…” मैंने धीरे से कहा, लेकिन मेरी सिसकारियाँ मेरे शब्दों को दबा रही थीं।
“नीलू, बस एक बार… तुझे भी तो अच्छा लग रहा है,” धीरज ने मेरे कान में फुसफुसाया, और उसने मेरी चूचियों को कसकर दबाना शुरू किया। उसका हाथ मेरे टॉप के नीचे घुस गया, और उसने मेरी ब्लैक लेस ब्रा का हुक खोल दिया। मेरी 34C की चूचियाँ आज़ाद हो गईं, और मेरे निप्पल्स सख्त होकर तन गए। “आह्ह… धीरज, धीरे…” मैंने सिसकारी ली, लेकिन मेरे शब्दों में विरोध कम और मज़ा ज़्यादा था। उसने मेरी स्कर्ट को कमर तक चढ़ाया और मेरी पैंटी को नीचे खींच दिया। मेरी चूत पूरी तरह गीली थी, और उसकी उंगलियाँ मेरे चूत के होंठों पर फिसलने लगीं। “उह्ह… धीरज, ये… आह्ह…” मैं काँप रही थी, मेरी टाँगें थरथरा रही थीं।
घर में सन्नाटा था, सिर्फ़ हमारी साँसों और मेरी सिसकारियों की आवाज़ गूँज रही थी। धीरज ने मुझे दीवार के सहारे टिकाया और मेरा टॉप पूरी तरह उतार दिया। अब मैं सिर्फ़ स्कर्ट में थी, जो मेरी कमर पर अटकी थी। उसने मेरी चूचियों को मुँह में लिया और चूसने लगा। “आह्ह… धीरज… और चूस… उह्ह…” मैंने उसके सिर को अपनी चूचियों पर दबाया। उसकी जीभ मेरे निप्पल्स पर घूम रही थी, और हर चूसने पर मेरी चूत में करंट दौड़ रहा था। उसने मेरे एक निप्पल को हल्के से काटा, और मैं चिल्ला उठी, “आह्ह… धीरे, पागल!” लेकिन मज़ा इतना था कि मैं खुद को रोक नहीं पा रही थी।
“नीलू, तू इतनी हॉट है… तेरी चूचियाँ… उफ्फ…” धीरज ने मेरे निप्पल्स को चूसते हुए कहा। उसने मेरी स्कर्ट को पूरी तरह उतार दिया, और अब मैं पूरी तरह नंगी थी। मैंने उसकी टी-शर्ट खींचकर उतारी। उसकी चौड़ी छाती और सख्त मसल्स देखकर मेरी वासना और भड़क गई। मैंने उसकी जीन्स का बटन खोला और उसकी अंडरवेयर नीचे खींच दी। उसका 7 इंच का मोटा लंड मेरे सामने था, सख्त और गर्म, जिसकी नसें उभरी हुई थीं। “धीरज, ये… इतना बड़ा…” मैंने हल्के से कहा, और मेरे हाथ अपने आप उसके लंड पर चले गए। मैंने उसे सहलाना शुरू किया, और धीरज सिसकारी उठा, “आह्ह… नीलू, ऐसे ही… हाँ…”
मैं घुटनों के बल बैठ गई और उसका लंड अपने मुँह में लिया। उसका गर्म, सख्त लंड मेरे होंठों के बीच फिसल रहा था। “स्स्स… नीलू, तू तो कमाल है… और चूस…” धीरज ने मेरे बाल पकड़ लिए और मेरे मुँह को अपने लंड पर दबाने लगा। मैंने उसकी गोटियों को सहलाया और ज़ोर से चूसा। “आह्ह… उह्ह… नीलू, तू मुझे पागल कर देगी!” उसकी सिसकारियाँ तेज़ हो गईं। मैंने उसके लंड को गले तक लिया, और उसका स्वाद मेरे मुँह में फैल रहा था।
धीरज ने मुझे खींचकर सोफे पर लिटाया। मेरी टाँगें अलग कीं, और मेरी चूत चमक रही थी, पूरी तरह गीली। “धीरज, धीरे… मैं डर रही हूँ…” मैंने कहा, लेकिन मेरी आवाज़ में उत्तेजना थी। “डर मत, नीलू… मैं हूँ ना…” उसने मेरी चूत पर अपना लंड रगड़ा, और मैं सिसकारी, “आह्ह… धीरज… डाल दे…” उसने एक ज़ोरदार धक्का मारा, और उसका मोटा लंड मेरी चूत में पूरा घुस गया। “फचाक!” मैं चिल्ला उठी, “आह्ह… धीरज… उह्ह… कितना बड़ा है…” मेरी चूत में दर्द और मज़ा एक साथ दौड़ रहे थे।
वह धीरे-धीरे धक्के मारने लगा, “फच-फच… फच-फच…” की आवाज़ कमरे में गूँज रही थी। “नीलू, तेरी चूत इतनी टाइट है… उफ्फ…” धीरज ने मेरी चूचियों को मसलते हुए कहा। “आह्ह… धीरज, और ज़ोर से… चोद मुझे!” मैंने चिल्लाया। वह और तेज़ धक्के मारने लगा, और मेरी सिसकारियाँ तेज़ हो गईं, “आह्ह… उह्ह… हाँ… और गहरा…” मैं अपनी गांड उठाकर उसके धक्कों का जवाब दे रही थी। उसने मेरे निप्पल्स को चूसा, मेरे चूतड़ों पर हल्के थप्पड़ मारे, और मेरे बाल खींचे। “नीलू, तू कितनी सेक्सी है… तेरी चूत मुझे पागल कर रही है…” उसने कहा।
उसने मुझे पलटकर घोड़ी बनाया। मैंने अपने घुटनों और हाथों पर वज़न डाला, मेरी गांड हवा में थी। उसने मेरी कमर पकड़ी और अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया। “आह्ह… धीरज… और गहरा…” मैं चिल्लाई। “फच-फच… फच-फच…” की आवाज़ तेज़ हो गई। वह मेरे चूतड़ों पर थप्पड़ मार रहा था, “नीलू, तेरी गांड… उफ्फ… कितनी मस्त है…” मैं सिसकारी, “आह्ह… हाँ… मार… और चोद…” मेरी चूत से सफ़ेद रस टपकने लगा, और मेरी टाँगें काँप रही थीं।
फिर उसने मुझे पलटा और खुद सोफे पर लेट गया। मैं उसके ऊपर चढ़ गई और उसका लंड अपनी चूत में लिया। “आह्ह… धीरज… पूरा अंदर है…” मैं धीरे-धीरे उछलने लगी। मेरी चूचियाँ हवा में उछल रही थीं, और धीरज ने उन्हें पकड़कर मसलना शुरू किया। “नीलू, तू कितनी हॉट है… उछल… और ज़ोर से…” वह मेरे चूतड़ों को थपथपाता रहा। मैं और तेज़ उछलने लगी, “आह्ह… उह्ह… धीरज… मैं झड़ने वाली हूँ…” मेरी चूत से रस टपक रहा था, और धीरज का लंड उसमें डूबा हुआ था।
उसने मुझे उठाया और 69 पोजीशन में ले आया। वह मेरी चूत चाटने लगा, और मैं उसके लंड को चूस रही थी। “आह्ह… धीरज… और चाट… उह्ह…” उसकी जीभ मेरी चूत के हर कोने को चाट रही थी। “नीलू, तेरी चूत का स्वाद… उफ्फ…” उसने कहा। उसने मेरी गांड के नीचे तकिया लगाया और फिर से चुदाई शुरू की। “फच-फच… फच-फच…” की आवाज़ के साथ वह मुझे चोदता रहा, और मैं सिसकारियाँ लेती रही, “आह्ह… धीरज… और ज़ोर से… उह्ह…”
करीब डेढ़ घंटे तक हम एक-दूसरे के जिस्म को नोचते रहे, चोदते रहे, चुदवाते रहे। आखिरकार, धीरज ने एक ज़ोरदार धक्का मारा, और उसका गर्म रस मेरी चूत में भर गया। “आह्ह… नीलू…” उसने सिसकारी ली। मैं भी झड़ चुकी थी, मेरी टाँगें काँप रही थीं, और मेरा जिस्म पसीने से भीग गया था। हम एक-दूसरे की बाहों में लेट गए, साँसें तेज़ थीं, और कमरे में सन्नाटा छा गया।
क्या ये इन्सेस्ट चुदाई की कहानी आपको पसंद आई? नीचे कमेंट में बताएँ कि आपको ये क